T20 WC: टी-20 वर्ल्डकप में टीम इंडिया ने अपने
दोनों शुरुआती मुकाबले गंवा दिए हैं. पाकिस्तान के बाद न्यूजीलैंड ने भी भारत को
बड़े अंतर से हराया है. अब विराट कोहली की टीम के सामने सेमीफाइनल में पहुंचने की
राह काफी मुश्किल हो गई है. कोई चमत्कार ही अब टीम इंडिया को सेमीफाइनल तक पहुंचा
सकता है.
भारतीय टीम
जब टी-20
वर्ल्डकप
में गई तब एक दावेदार थी,
लेकिन उसके
आस-पास कई तरह के विवाद हो रहे थे. विराट कोहली का कप्तानी छोड़ने की बात करना, नए कोच की तलाश होना, एमएस धोनी की बतौर मेंटर अचानक
एंट्री होना. ऐसे में भारतीय टीम ने अपने मिशन का आगाज़ किया, तब उसकी शुरुआत बेहतर नहीं हुई.
ऐसे में वो
कौन-से बड़े मसले हैं,
जो टीम
इंडिया को इतने बड़े टूर्नामेंट में बैकफायर करते दिखे. एक नज़र डालिए...
1.
आईपीएल की थकान- भारतीय टीम के लगभग सभी खिलाड़ी
टी-20
वर्ल्डकप
से पहले आईपीएल खेल रहे थे,
उसके पहले
कुछ खिलाड़ी इंग्लैंड के दौरे पर थे जबकि कुछ श्रीलंका में सीरीज खेल रहे थे. ऐसे
में आईपीएल जैसे टूर्नामेंट के ठीक बाद वर्ल्डकप में जाना और तुरंत बेहतर प्रदर्शन
करना आसान नहीं है.
2.
विराट कोहली का ऐलान- टीम इंडिया जब टी-20 वर्ल्डकप जैसे बड़े टूर्नामेंट
में प्रवेश करने वाली थी,
तभी विराट
कोहली ने कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया. विराट कोहली का बतौर टी-20 फॉर्मेट में कप्तान के तौर पर ये
आखिरी टूर्नामेंट है,
ऐसे में ये
भी एक तरह से मनोबल को तोड़ने वाला रहा.
3.
कोच की विदाई तय होना- आईपीएल और वर्ल्डकप की तैयारियों
के बीच ही ये साफ हो गया था कि रवि शास्त्री की भी विदाई तय होने जा रही है. लंबे
वक्त से विराट कोहली,
रवि
शास्त्री की जोड़ी ने टीम इंडिया पर रूल किया है, लेकिन अचानक से ही दोनों का इस
तरह छोड़कर जाना कई सवाल पीछे खड़े कर गया.
4.
एमएस धोनी की अचानक एंट्री- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास
ले चुके एमएस धोनी का अचानक बतौर मेंटर बनकर टीम इंडिया में वापस आना हर किसी के
लिए हैरान करने वाला था. सिर्फ टी-20 वर्ल्डकप के लिए एमएस धोनी का इस तरह टीम के
साथ जुड़ना विराट कोहली की कप्तानी पर भी कई सवाल खड़े करने वाला फैसला था.
5.
टीम
सिलेक्शन ने बढ़ाया सिरदर्द- जब टी-20 वर्ल्डकप के लिए स्क्वॉड का ऐलान
हुआ,
तब
युजवेंद्र चहल का नाम ना होने से हर कोई हैरान था. टीम में रविचंद्रन अश्विन की
वापसी हो रही थी,
लेकिन कई
ऐसे बदलाव देखने को मिले जिसपर विराट कोहली की छाप कम दिखाई दी थी. रिपोर्ट्स में
दावा किया गया कि टीम के चयन पर रोहित शर्मा, एमएस धोनी की छाप ज्यादा थी.
6. टूर्नामेंट के बीच में नए कोच की
तलाश,
सपोर्टिंग
स्टाफ की विदाई- एक तरफ टीम इंडिया वर्ल्डकप के
मिशन में जुटी थी,
दूसरी ओर
बीसीसीआई ने नए कोच,
नए कोचिंग
स्टाफ की तलाश शुरू कर दी थी. ऐसे में टीम के माहौल पर कई तरह के सवाल खड़े हुए, क्योंकि ऐसे माहौल में टीम का
मनोबल कैसा होगा ये सोचने वाली बात थी.
7.
पाकिस्तान के खिलाफ पहला मैच, मिल गई करारी हार- टी-20 वर्ल्डकप में भारत का पहला ही मैच
पाकिस्तान के खिलाफ हुआ. वर्ल्डकप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच होना काफी प्रेशर
वाला होता है,
ऐसे में
आईपीएल से थके हुए आए नए खिलाड़ी पाकिस्तान की ताकत को भांप नहीं पाए. पहले ही मैच
में पाकिस्तान ने भारत को 10
विकेट से
हरा दिया,
जिसका पूरे
टीम के मिशन पर असर पड़ा.
8.
हार्दिक पंड्या को लेकर डाउट ने बढ़ाई टेंशन- वर्ल्डकप की शुरुआत से पहले
हार्दिक पंड्या टीम इंडिया के लिए मैच विनर साबित होते दिख रहे थे. लेकिन उनका
बॉलिंग ना करना सबसे बड़ा चिंता का विषय बन गया. हार्दिक के बॉलिंग ना करने के
कारण एक एक्स्ट्रा बॉलर की कमी दिखी, उनकी बल्लेबाजी भी बेहतर नहीं हुई.